म्युचुअल ट्रांसफर एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें दो अलग-अलग संगठनों या एक ही संगठन की दो शाखाओं के कर्मचारी अपने करियर में उन्नति या बेहतर नौकरी के अवसरों की सुविधा के लिए एक-दूसरे के पदों पर स्थानांतरण के लिए सहमत होते हैं। यह दोनों पक्षों के लिए एक जीत की स्थिति है क्योंकि संबंधित कर्मचारियों को जगह बदलने का मौका मिलता है, और इस तरह एक बेहतर जॉब प्रोफाइल का लाभ मिलता है। आपसी स्थानांतरण स्थानांतरित पदों के लिए नए कर्मियों की भर्ती और प्रशिक्षण से जुड़ी लागत और समय को कम करने में भी मदद करता है। हालाँकि, आपसी स्थानांतरण एक जटिल प्रक्रिया है क्योंकि इसमें दोनों पक्षों की सहमति शामिल होती है, और यह सुनिश्चित करने के लिए दोनों संगठनों से समन्वय की आवश्यकता होती है कि सभी नियम और शर्तें पूरी हों। इसके लिए दोनों कंपनियों को यह सुनिश्चित करने की भी आवश्यकता है कि स्थानांतरण की शर्तें उनके संबंधित दिशानिर्देशों के भीतर हैं। इसलिए, कोई भी कार्रवाई करने से पहले पारस्परिक स्थानांतरण पर सावधानीपूर्वक विचार किया जाना चाहिए।
लेकिन शिक्षा विभाग ने इस प्रक्रिया को बहुत ही मुश्किल बना दिया है शिक्षकों को अपने म्यूच्यूअल साथी की तलाश में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लेना पड़ रहा है जबकि विभाग चाहे तो इस प्रक्रिया को बहुत ही आसान बना सकता है जिसमें किसी भी शिक्षक को अपने मैचुअल के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा नहीं लेना पड़ेगा शिक्षकों का सारा डाटा विभाग के पास होता है
विभाग चाहे तो शिक्षक के आवेदन के अनुसार किसी दूसरे शिक्षक द्वारा किए गए आवेदन को मिलान करके म्यूच्यूअल ट्रांसफर कर सकता है परंतु यह कार्य भी शिक्षक के ऊपर ही छोड़ दिया गया है जो एक असंभव कार्य दिखता है बहुत ही कम ऐसे शिक्षक हैं अपना म्यूच्यूअल साथी मिलता है आज कंप्यूटर के युग में विभाग यह प्रक्रिया बहुत ही सरल तरह से कर सकता है